HEART BLOCKAGE REASON AND REMEDY
Treatment of Heart Blockages
Treat Your Heart Blockages Naturally
recover heart blockages using Ayurvedic medicine
Health tips
आज बात करने वाले हैं हार्ट की ब्लॉकेज दूर करने के बारे में | कि जान लीजिए हार्ट अटैक का सच नहीं तो पछताते रहोगे जिंदगी भर |आपको हार्ट अटैक के बारे में काफी कुछ ऐसी जानकारियां मिल जाएगी जो कि आप नहीं जानते और उस वीडियो में मैंने आप सभी को यह भी बताया था कि मैं आपके लिए एक और ऐसी ही जानकारी लेकर आऊंगा जिसमें मैं आपको हार्ड अटैक के उपचार के बारे में अच्छे से विस्तार से बताऊंगा जिससे कि आप हार्ट अटैक का उपचार आसानी से कर सके तो चलिए दोस्तों आप जानते हैं हार्टअटैक के चार के बारे में दोस्तों हार्ड अटैक की शुरुआत हमेशा एसिडिटी से होती है मैंने आपको पहले वाली वीडियो में बताया था कि एसिडिटी दो प्रकार की होती है एक पेटी एसिडिटी और एक रक्त दोस्तों जब पेट की एसिडिटी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तो वह हमारे खून में मिल जाती हैं और जिस से खून गाढ़ा हो जाता है जिसे हम रक्त अमलता एसिडिटी कहते हैं और जब खून गाढ़ा हो जाता है तो वह हम यह कौन हमारी दिल की नदियों में से निकल नहीं पाता और फिर भी हमें हार्ट अटैक होता है इसके बिना हार्ट अटैक नहीं होता है और ये आयुर्वेद का सबसे बढ़ा सच है जिसे कोई भी डाक्टर आपको बताता नहीं है |
तो दोस्तों यह तो हो गई हार्टअटैक की कहानी एक ऐसे व्यक्ति को हर जगह आर्ट अटैक होता है अब बात करते हैं इसके उपचार के बारे में दोस्तों किसी भी व्यक्ति को कोई भी बीमारी रोग हो तो उस व्यक्ति को उपचार से पहले बीमारी का कारण जरूर पता करना चाहिए कि आखिर यह रोग हुआ है इसका क्या कारण हो सकता है इसीलिए हम सबसे पहले आपको हार्ट अटैक होने का कारण बताएंगे और फिर आपको इसका उपचार बताएंगे ताकि आप जो भी उपचार करें जल्दी असर करें और आप को हार्टअटैक की समस्या से निजात मिल सके तो दोस्तों अब आप उस बात की गहराई में जाइए जो मैंने आपसे वीडियो के शुरू में खरीदी हार्ट अटैक की शुरुआत सबसे पहले एसिडिटी से होती है अब आप जब तक यह नहीं जानेंगे कि एसिडिटी की समस्या हमारे शरीर में किस कारण हो रही है कि आखिर हम ऐसे कौन सी चीजे खा रहे हैं जिससे हमें एसिडिटी की समस्या हो रही है तब तक आप कितनी भी दवाई खा लो कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है और अगर फर्क पड़ेगा अभी तो सिर्फ जब तक कि आप दवाई ले रहे हैं जब तक आप दवाई खाएंगे तब तक आपको बीमारी परेशान नहीं करेगी लेकिन जैसे ही आप ने दवा नहीं खाई या छोड़ दी तो आपको फिर से वही परेशानी का सामना करना पड़ेगा और आप फिर डॉक्टर के पास जाएंगे और फिर पैसा बर्बाद करेंगे |
तो मेरे दोस्तों इस से अच्छा है आप पहले बीमारी का कारण जान लो और फिर उपचार करो तो हाथी की शुरुआत एसिडिटी से होती है अब सवाल यह है एसिडिटी हमारे शरीर में किस कारण बढ़ती है तो दोस्तों हम आपको बताना चाहेंगे कि जब हम हम भी चीजों का सेवन ज्यादा मात्रा में करते हैं तब ही हमारे शरीर में अम्ल बनना बनना शुरू होता है दोस्तों आपको मालूम है हमारे शरीर में दो प्रकार के तत्व होते हैं एक और दूसरा अम्लीय और क्षारीय दोनों तत्व ही हमारे शरीर में होते हैं शरीर में सभी रोगों की शुरुआत अम्ल क्षार के असंतुलन से होती है और इसके असंतुलन से रोग समाप्त हो जाते हैं मनुष्य के शरीर में 80% और 30% अन्य तत्व होता है इस बात को बनाए रखना ही अच्छे स्वास्थ्य का आधार हमले चीजों में सबसे ज्यादा आयोडीन युक्त नमक चाय कॉफी अंडा मांस तंबाकू सफेद चक्कर इन सब चीजों को खाने से शरीर में बढ़ने लगता है और फिर यही हम एसिडिटी जब हमारे शरीर में बढ़ने लगती हैं तो हमें छोटी बड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ता है जैसे कमर दुखना कंधा दुखना कैंसर होना होना होना हार्ड अटैक होना ब्रेन हेमरेज होना शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना इसे बड़े-बड़े अच्छी बात हमारे शरीर में आते हैं तो दोस्तों जिसको भी हादसे की समस्या है जिसको भी कैंसर हैं तो वह पहले अपने खानपान में देख लीजिए कि वह कहां पर गलती कर रहे हैं और फिर उसमें बदलाव करें |
दोस्तों आप जैसे ही अपने खान-पान में बदलाव करेंगे आपको असर दिखना शुरू हो जाएगा बिना किसी की दवाई के आपको असर दिखना शुरू हो जाएगा लेकिन धीरे-धीरे होगा अगर दोस्तों आप जल्दी से अपने रोग को ठीक करना चाहते हो तो सबसे पहले आपको अपने खान-पान में बदलाव करना पड़ेगा यानी जिन चीजों से शरीर में अम्ल पड़ता है उन चीजों को बंद करना पड़ेगा अगर आप खाने में आयोडीन युक्त नमक खा रहे हैं उसकी जगह आप को सेंधा काला नमक ही प्रयोग में लाना है यह चंदा और काला नमक दोनों ही क्षारीय है दोस्तों चाय से बहुत अधिक मात्रा में एसिड बनता है एसिडिटी बनती है तो अगर चाय पीना आपकी जिंदगी में शुमार हैं और आप चाय के बगैर नहीं रह सकते तो मैं आपको एक बहुत अच्छी चीज बता रहा हूं जिससे आपकी चाय की तलब भी शांत हो जाएगी और नुकसान भी नहीं करेगी उसके लिए आपको बाजार से अर्जुन की छाल लानी है और घर पर उसको कूट पीसकर उसका पाउडर बना लेना है दोस्तों यह बहुत ही प्यारी है यह हार्ट की ब्लॉकेज को बहुत ही जल्दी दूर करती है तो आप इसका इस्तेमाल करें जैसे करना है जब भी आप चाय बनाते हैं और जब आप उस में चाय पत्ती डालते हैं उसकी जगह आपको यह अर्जुन की छाल डालनी है ज्यादा मात्रा में नहीं डालें थोड़ी मात्रा में ही डालें नहीं तो चाय कड़वी हो जाएगी उस हिसाब से डाल दें कि आप कितनी चाय बना रहे हैं और फिर उसको खूब गर्म कीजिए और फिर छानकर पी लीजिए आपको बिल्कुल चाय के जैसा ही स्वाद आएगा कलर भी चाहे जैसा ही होगा बस हल्की सी बहुत ही हल्की सी कडवी लगेगी अब इतना तो करना पड़ेगा दोस्तों अगर हार्ट अटैक से बचना है तो अगर 15 से 30 दिन तक लगातार आपने पी लिया तो हम दावे के साथ कह सकते हैं कि 99 आपकी चाय छूट जाएगी और चाय पीकर जो आपने नुकसान कर लिया है । वह सब भी वापस कवर हो जाएगा और साथ ही आप के ब्लड में एसिडिटी कम कर देगा और मजे की बात तो यह है कि जैसे ही ब्लड की एसिडिटी बढ़ती है तो कोलेस्ट्रोल ट्राइग्लिसराइड बढ़ने लगती है तो कोलेस्ट्रॉल और कितने लगते हैं यानी कि अगर आप को हार्ट अटैक से बचना है तो अर्जुन की छाल का प्रयोग करिए एक तो मैंने अभी बताया कि अर्जुन की छाल को कैसे लेनी है वह सब चाय पीने वालों के लिए थी लेकिन अगर जो व्यक्ति चाय नहीं पीता और वह अगर अर्जुन की छाल का प्रयोग करना चाहता है तो उसके लिए आप ध्यान दीजिए कि आधा चम्मच अर्जुन की छाल और आज ही गिलास पानी की लेनी है और फिर उसे उबालना है और उबलने के बाद इसे चाय पीना है पीना है एक तो सुबह भी सकते हैं और रात को भी पी सकते हैं रात को घर पीना है तो सोने की 1 घंटे पहले तो इससे आपका हाथ मजबूत होगा हाथ की सारी ब्लॉकेज दूर करेगा और साथ ही हाई बीपी को ठीक करेगा कोलेस्ट्रॉल को ठीक करेगा ठीक करेगा मोटापा कम करेगा और आपका ठीक होगा बहुत ही बहुत ही अच्छी दवा है यह अर्जुन की छाल तो आप इसका इस्तेमाल करें |
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